अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद काबुल से भारतीय नागरिकों और अफगानिस्तान सहयोगियों को हिफाजत के साथ वहां से लाने के भारत के जटिल मिशन का नाम 'ऑपरेशन देवी शक्ति' रखा गया है. अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से भारत सरकार अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को बाहर निकालने का काम कर रही है.
हाल ही में तालिबान के देश पर कब्जा करने के बाद से सरकार अब तक अफगानिस्तान से 800 लोगों को निकाल चुकी है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस नाम की पुष्टि की है. उन्होंने एक ट्वीट में लिखा कि ऑपरेशन देवी शक्ति जारी है. मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि इस ऑपरेशन का नाम 'देवी शक्ति' खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखा है.
Op Devi Shakti continues.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) August 24, 2021
78 evacuees from Kabul arrive via Dushanbe.
Salute @IAF_MCC, @AirIndiain and #TeamMEA for their untiring efforts. #DeviShakti
तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा
भारत ने 16 अगस्त को काबुल से 40 भारतीयों को विमान से दिल्ली लाकर लोगों को सुरक्षित लाने के जटिल मिशन की शुरुआत की थी. इससे एक दिन पहले तालिबान ने अफगानिस्तान के दारुल हुकूमत पर कब्जा कर लिया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 अगस्त को सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडल समिति की बैठक में अधिकारियों को अफगानिस्तान से सभी भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने और भारत आने के इच्छुक अफगान हिन्दुओं और सिखों को शरण उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था.
Evacuation continues!
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) August 22, 2021
IAF special repatriation flight with 168 passengers onboard, including 107 Indian nationals, is on its way to Delhi from Kabul. pic.twitter.com/ysACxClVdX
'ऑपरेशन देवी शक्ति' नाम क्यों पड़ा?
अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को वहां से सुरक्षित निकालने के मिशन को खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में अंजाम दिया जा रहा है. इस मिशन को भारत ने 'ऑपरेशन देवी शक्ति' का नाम दिया है. इस मिशन का नाम 'ऑपरेशन देवी शक्ति' इसलिए रखा गया है, क्योंकि जैसे 'मां दुर्गा' राक्षसों से बेगुनाहों की रक्षा करती हैं, इसीलिए इस मिशन का लक्ष्य बेकसूर नागरिकों को तालिबान के आतंकियों की हिंसा से हिफाजत करना है.
काबुल पर कब्ज़ा
तालिबान ने 15 अगस्त को काबुल पर कब्ज़ा कर लिया था. काबुल पर तालिबान के कब्जे के दो दिनों के भीतर भारत ने 200 लोगों को निकाला. इसमें भारतीय दूत और अफगान राजधानी में अपने दूतावास के अन्य कर्मचारी शामिल थे. हालांकि ऑपरेशन अभी ख़त्म नहीं हुआ है और अगले कुछ दिन तक ये ऑपरेशन देवी शक्ति चलने की उम्मीद है.
तालिबान अफगानिस्तान की राजधानी पर नियंत्रण कर चुका है. काबुल में खराब होती सुरक्षा स्थिति और अपने नागरिकों को वापस ले जाने के विभिन्न देशों के प्रयासों के बीच भारत अब तक 800 से अधिक लोगों को सुरक्षित ला चुका है. प्रधानमंत्री ने लोगों को बचाने का मिशन मानवीय आधार पर शुरू करने पर जोर दिया था.
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